बढ़ा जान का जोख़िम, लाइनमैनों के पास नहीं हैं सुरक्षा उपकरण

अपनी जान को जोख़िम में डाल कर करंट का कार्य करने वाले पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के लाइनमैनों के पास सुरक्षा उपकरण तक नहीं हैं।

दूसरों के घरों में उजाला करने वाले लाइनमैनों को खुद की ज़िन्दगी अंधेरे में नज़र आ रही है। कंपनी प्रबंधन और आला अधिकारियों की उदासीनता और ज़मीनी अधिकारियों की तानाशाही के चलते लाइनमैनों को बिना सुरक्षा उपकरण ही कार्य करना पड़ रहा है।

इससे लाइनमैनों की जान का जोख़िम बना हुआ है। बिना उपकरण करंट का कार्य करते हुए अनेक लाइनमैन असमय मौत का शिकार हो चुके हैं और कई गंभीर रूप से घायल हो कर जीवन भर के लिए असमर्थ हो चुके हैं, फिर भी विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंधन और आला अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगती।

मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेन्द्र श्रीवास्तव ने कहा है कि शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के लाइन कर्मचारियों ने बताया है कि उनमें से अनेक कर्मचारियों के पास सुरक्षा उपकरण ना होने से कभी भी करंट लगकर दुर्घटना हो सकती है इसके जवाबदार अधिकारी होंगे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार अप्रैल 2019 में सुरक्षा उपकरण खरीदे गए थे। आज 18 माह बीतने को है, जमीनी अधिकारियों से जानकारी ली तो कहते है कि सुरक्षा उपकरण खरीदने के आदेश कर दिए गए हैं, लेकिन अभी तक लाइनमैनों तक पहुंचे नहीं हैं

लाइन कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरणों की अति आवश्कता है। खासतौर पर प्लास्क, हैंड ग्लब्स, टॉर्च, बांस की सीढ़ी, पेचकस, टेस्टर आदि की अत्यधिक कमी है।

संघ के शशि उपाध्याय, मोहन दुबे, जेके कोष्टा, अजय कश्यप, राज कुमार सैनी, अरुण मालवीय, इंद्रपाल, राजेश यादव, गोली राम, रामाधार गर्ग, बीएल पटेल, गोपाल यादव, संजय वर्मा आदि ने पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी प्रबंधन से मांग की है कि शहर एवं ग्रामीण के तकनीकी कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण तत्काल उपलब्ध कराए जाएं।