भारत में असीम संभावनाएं हैं- प्रधानमंत्री मोदी

ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने ब्राज़ील पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ब्रिक्स बिजनेस फोरम को संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्व की आर्थिक वृद्धि में ब्रिक्स देशों का हिस्सा 50 प्रतिशत है। विश्व में मंदी के बावजूद ब्रिक्स देशों ने आर्थिक विकास को गति दी, करोड़ों लोगों को गरीबी से निकाला और टेक्नोलॉजी तथा इन्नोवेशन में नई सफलताएँ हासिल कीं। अब ब्रिक्स की स्थापना के दस साल बाद, भविष्य में हमारे प्रयासों की दिशा पर विचार करने के लिए यह फॉरम एक अच्छा मंच है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इंट्रा-ब्रिक्स बिजनेस को आसान बनाने से परस्पर व्यापार और निवेश बढ़ेगा। हम पांच देशों के बीच टैक्स और कस्टम्स प्रक्रियाएँ सरल होती जा रही हैं। इन्टेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स पर और बैंक्स के बीच सहयोग से बिजनेस एनवाइरमेंट आसान हो रहा है। ब्रिक्स बिजनेस फोरम से मेरा अनुरोध है कि वह इस प्रकार उत्पन्न अवसरों का पूरा लाभ उठाने के लिए ज़रूरी बिजनेस पहलों का अध्ययन करे। उन्होंने कहा कि इंट्रा-ब्रिक्स व्यापार और निवेश के टार्गेट्स और महत्वाकांक्षी होने चाहिए। हमारे बीच व्यापार की लागत को और कम करने के लिए आपके सुझाव उपयोगी होंगे। मैं यह भी अनुरोध करना चाहूंगा कि अगले दस वर्षों के लिए हमारे बीच बिजनेस में प्राथमिकता के क्षेत्रों की पहचान की जाए और उनके आधार पर इंट्रा-ब्रिक्स सहयोग का ब्लू प्रिंट बनाया जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारा मार्केट साइज विविधता और हमारी पूरकताएँ एक दूसरे के लिए बहुत फायदेमंद हैं। उदाहरण के लिए, अगर एक ब्रिक्स देश में टेक्नोलॉजी है, तो दूसरे में उससे संबंधित रॉ मैटेरियल या मार्केट। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, डिजिटल टेक्नोलॉजी, फ़र्टिलाइज़र, कृषि उत्पाद, फ़ूड प्रोसेसिंग आदि में ऐसी संभावनाएं विशेष तौर पर हैं। मैं आग्रह करूंगा कि फोरम पांचों देशों में इस प्रकार की पूरकताओं की मैपिंग करें। मैं यह सुझाव भी देना चाहूंगा कि अगले ब्रिक्स समिट तक ऐसे कम-से-कम पाँच क्षेत्रों की पहचान की जाये, जिनमें पूरकताओं के आधार पर हमारे बीच जॉइंट वेंचर्स बन सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ब्रिक्स देश अपने लोगों के परिश्रम, प्रतिभा और क्रिएटिविटी के लिए सुप्रसिद्ध हैं। कल समिट के दौरान इन्नोवेशन ब्रिक्स नेटवर्क और ब्रिक्स इंस्टीट्यूशन फ़ॉर फ्यूचर नेटवर्क जैसे महत्वपूर्ण इनिशियेटिव्स पर विचार किया जाएगा। प्राइवेट सेक्टर से मेरा अनुरोध है कि वे ह्यूमन रिसोर्सेज पर केन्द्रित इन प्रयासों से जुड़ें। युवा उद्यमियों को इन इनिशियेटिव्स से जोड़ना भी बिजनेस और इन्नोवेशन को और ताकत देगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे देशों के बीच टूरिज्म, बिजनेस और रोजगार के लोगों के आवागमन से और आसान बनने की संभावनाएँ हैं। भारतीयों को वीजा फ्री एंट्री के निर्णय के लिए मैं ब्राजील के राष्ट्रपति को धन्यवाद देता हूं। हम पांच देशों को परस्पर सोशल सेक्युरिटी अग्रीमेंट पर भी विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, लॉजिस्टिक परफॉरमेंस और ग्लोबल इन्नोवेशन जैसे इंडेक्स में भारत की निरंतर प्रगति से आप परिचित होंगे। समय की सीमा के कारण मैं सिर्फ इतना कहना चाहूँगा कि भारत में पोलिटिकल स्टेबिलिटी, प्रेडिक्टेबल पालिसी और बिजनेस फ्रेंडली रिफॉर्म के कारण दुनिया की सबसे ओपन और इन्वेस्टमेंट फ्रेंडली इकोनॉमी है। 2024 तक हम भारत को पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाना चाहते हैं। सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर में ही 1.5 ट्रिलियन डॉलर निवेश की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में असीम संभावनाएं हैं, अनगिनत अवसर हैं। इनका लाभ उठाने के लिए, मैं ब्रिक्स देशों के बिजनेस को आंमत्रित करता हूँ कि वे भारत में अपनी मौजूदगी बनाएं और बढ़ाएं।