साहित्यकविता बेटी की विदाई: जसवीर त्यागी By Sub-Editor - October 14, 2020 WhatsAppTwitterFacebookKooCopy URL वह एक लोक गीत था बेटी की विदाई का जिसकी भाषा हमारी भाषा से भिन्न थी गीत के बोल हमारी पकड़ से परे फिर भी सुनने वालों की आँखें नम थीं भाषा कोई हो बेटी की विदाई पर वह भी विदा होती हुई जान पड़ती है। जसवीर त्यागी नई दिल्ली