देश के करोड़ों कारोबारियों का लॉजिस्टिक्स साझेदार बना भारतीय डाक

भारतीय डाक ने आज नई दिल्ली में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) और तृप्ता टेक्नोलॉजीज के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान उपस्थित थे। यह समझौता ज्ञापन ‘भारत ई-मार्ट’ नामक एक पोर्टल के संचालन की सुविधा प्रदान करता है, जो व्यापारियों के परिसर से प्रेषित वस्तुओं के पिक-अप की सुविधा प्रदान करेगा और पूरे देश में वस्तुओं को दरवाजे पर वितरण सुनिश्चित करेगा। माना जा रहा है कि इससे सीएआईटी से जुड़े आठ करोड़ व्यापारियों को लाभ होगा।

हाल के दिनों में भारतीय डाक ने सरकारी ई-मार्केटप्लेस (जेम) और भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास महासंघ (ट्राईफेड) के क्षेत्रीय केंद्रों के साथ इसी तरह के समझौते किए हैं, जिससे वस्तु भेजने वाले व पाने वाले के दरवाजे पर पार्सल की पिक-अप और डिलीवरी की सुविधा प्रदान की जा सके। इसके अलावा जल्द ही भारतीय डाक ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) मंच में खुद को शामिल कर लेगा। ओएनडीसी मंच को वाणिज्य मंत्रालय की ओर से एक लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाता के रूप में विकसित किया जा रहा है।

इस अवसर पर संचार राज्य मंत्री ने कहा कि डाक विभाग ने समय के साथ और जनता की मांगों के अनुरूप खुद को रूपांतरित कर लिया है। प्रौद्योगिकी के उपयोग व नई सेवाओं को शामिल करने से भारतीय डाक एक आधुनिक और विविध सेवा प्रदाता बन गया है। आज यह 1.59 लाख डाकघरों के अपने नेटवर्क के माध्यम से हर गांव में बैंकिंग व बीमा की सुविधा प्रदान करने के साथ-साथ सरकार की संचालित कई कल्याणकारी योजनाओं के लाभों को सुदूर स्थान तक पहुंचाता है।