पेड़ लगाओ देश बचाओ
यह जागरूकता जग भर में फैलाओ
सब जानते हैं यह
कि पेड़ बिना नहीं अस्तित्व हमारा
इसके बिना हमें जीना नहीं गंवारा
सांस लेना भी हो जायेगा दूभर
अगर न मिले हमें शुद्ध ऑक्सीजन
जिससे है हमारा जीवन संपन्न
शुद्ध हवा ही है हमारे जीवन की आस
इससे नहीं भटकती कोई बीमारी पास
हवा चल रही है सरसराहट
पत्तों में हो रही हैं खरखराहट
नदियां बह रही हैं अविरल
पर्वत खड़े हैं अकड़ कर
नभ फैला है चारों तरफ
सूरज की किरणें पहुंच रही है घर घर
जो कर रही हैं रोशन पग प्रतिपल
चांद की शीतल ठंडक,जो कर रही है मनमोहक।
ऐसी है प्रकृति हमारी,बनाए रखने के लिए अभी से
देख भाल करनी होगी हमें भी शुरू से।
पेड़ लगाओ देश बचाओ
यह जागरूकता जग भर में फैलाओं
ज़रा सोचो अगर न रहे ये पेड़ पौधे
और न रहे यहां कोई हरियाली
तो क्या आएगी हमारे जीवन में खुशहाली?
और कैसा होगा धरती का यह भयावह संसार
जहां चहुंदिशा में फैला होगा प्रदूषण का यह अंबार
जो ठाठ से कर रहा होगा राज
जागो मिट्टी के कठोर पुतलों खोलो अपनी आंखें
और देखो यह नज़ारा जिसमें मानव जीवन संकट में है
क्या मुंह दिखाओगे अपनी आने वाली पीढ़ियों को?
कि यही धरोहर रखी है आपने उनके लिए संजोकर!
खुद सुधरोगे तब जग सुधरेगा
तो करों प्रण आज से अभी से
बताओ यह सभी को
पेड़ स्वच्छता का प्रतीक है
पेड़ ही प्रदूषण का दुश्मन है
एक पेड़ लगाओ,कई जीवन बचाओ
यही जागरूकता जग भर में फैलाओ
-प्रीति चतुर्वेदी