साहित्यकविता जीतने के लिए- अमित कुमार मल्ल By Sub-Editor - March 29, 2020 WhatsAppTwitterFacebookKooCopy URL लड़ो लड़ो लड़कर जीतने के लिए जीत न हो लड़ो जमकर लड़ने के लिए साँस न दे साथ अंत तक लड़ो लड़ने की शुरुआत के लिए प्रारंभ न हो तो भी लड़ो लड़ाई के विश्वास के लिए विश्वास बन जाये पिघलती बर्फ लड़ो लड़ाई के सपने के लिए -अमित कुमार मल्ल