भाई-बहन का रिश्ता: सोनल मंजू श्री ओमर

सोनल मंजू श्री ओमर
कानपुर, उत्तर प्रदेश

भाई-बहन का रिश्ता,
दुनिया में है सबसे प्यारा।
कभी-कभी कुछ मीठा है,
तो कभी कुछ है खारा।।

कभी माँ की तरह बहन ने,
भाई को भटकती राह से उबारा।
तो कभी पिता बनकर भाई ने,
बहन के भविष्य को सँवारा।।

रक्षाबंधन का त्योहार होता,
भाई-बहनों के लिए न्यारा।
बहन हाथ पर राखी बाँधे, मिले
रक्षा का वचन भाई के द्वारा।।

भाई अगर सागर की लहर है,
तो बहन है उसका किनारा।
हर मुश्किल में भाई-बहन ही,
बनते हैं एक-दूसरे का सहारा।।

एक-दूसरे की खुशियों में ही,
भाई-बहन देखते संसार सारा।
भाई छोटा हो या बड़ा फिर भी
होता, बहन की आँखों का तारा।।