वार्षिक भविष्यफल 2022: कर्क राशि

कर्क राशि राशि चक्र की चौथी राशि है। पुनर्वसु नक्षत्र का अंतिम चरण, पुष्य नक्षत्र के चारों चरण तथा अश्लेषा नक्षत्र के चारों चरण मिलकर कर्क राशि का निर्माण करते हैं। इस राशि का स्वामी चंद्रमा है। इसका स्वभाव चर स्वभाव है। कर्क राशि की प्रकृति सौम्य है। इस राशि का तत्व जल है, गुण सात्विक है, जाति ब्राम्हण है। यह रात्रि में बली होती है। यह उत्तर दिशा की स्वामी है। यह राशि कफ प्रकृति की है। शरीर में हृदय के अलावा उदर, सीना और गुर्दे पर होने वाले सभी क्रियाओं का असर इसी राशि से देखा जाता है। यह एक सजल राशि है।

इस राशि के लोग लोगों का स्वभाव भौतिक सुखों में लगे रहना, लज्जालु, स्थिर गति और समयानुसार निर्णय लेना होता है। इस राशि वालों के लिए शुक्र बाधक ग्रह होता है। वृष राशि बाधक राशि होती है और मंगल और चंद्रमा इनके लिए शुभ ग्रह होते हैं।

कर्क राशि के जातकों के लिए इस वर्ष बहुत अच्छा समय आने वाला है। अप्रैल महीने के बाद 2022 में आप अधिकांश कार्यों में सफल रहेंगे।

धन उपार्जन

जनवरी से अप्रैल 2022 तक गलत रास्तों से धन आने का योग है उसके उपरांत पुनः जून, जुलाई अगस्त और सितंबर के महीने में भी अच्छी धनराशि आपको प्राप्त होगी। अप्रैल तक आपके खर्चे भी बहुत रहेंगे। इस समय आपको संभल कर अपना धन व्यय करना चाहिए। उपाय- आपको चाहिए कि आप गुरुवार का व्रत करें और गुरुवार को रामचंद्र जी के मंदिर में जाकर राम रक्षा स्त्रोत का जाप करें।

कैरियर

अप्रैल तक आपके स्थानांतरण का योग है यह संभव है कि आपका कार्य इसमें बदल जाए। अप्रैल के बाद आप के विवाद बढ़ेंगे। कार्यालय में आपका रुतबा बढेगा। इस वर्ष आपको बाद विभाग से बचना चाहिए। आप बगैर किसी काम के भी इस वर्ष अपने अधिकारियों से संग्राम कर सकते हैं। उपाय- आपको चाहिए कि आप काले कुत्ते को रोटी खिलाएं।

भाग्य

इस पूरे वर्ष आपका भाग्य आपकी लगातार मदद करेगा। मई महीने के बाद आप जो कुछ भी प्रयास करेंगे सभी प्रयास सफल होंगे। आपको सभी पेंडिंग कार्य को संपन्न करने का प्रयास करना चाहिए। जुलाई माह से भाग्य से थोड़ी दिक्कत महसूस होगी और यह नवंबर तक चलेगी। इस प्रकार से कर्क राशि वालों को किसी भी काम को करने के लिए जुलाई से नवंबर तक विशेष परिश्रम करने होंगे। उपाय- शनिवार के दिन शनि मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करें।

परिवार

इस वर्ष आपके पिताजी या माताजी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। यह भी संभव है कि आपकी अपने माता-पिता जी से कुछ वाद-विवाद हो जाए। भाई बहनों से आपके संबंध सामान्य रहेंगे अर्थात कैसे चल रहे हैं वैसे ही रहेंगे। अगर आपके पिताजी या माताजी 70 साल से ऊपर के हैं, to इस अवधि में आपको उन पर विशेष ध्यान देना पड़ेगा। आपको अपनी संतान से काफी सहयोग मिलेगा और संतान की उन्नति भी होगी। उपाय- किसी विद्वान ब्राह्मण से राहु और केतु के शांति का उपाय करवाएं।

स्वास्थ्य

अप्रैल 2022 तक आपके स्वास्थ्य में थोड़ी कमजोरी रहेगी। मई 2022 से जुलाई 2022 तक आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। अगस्त 2022 से नवंबर 2022 तक स्वास्थ्य में थोड़ी कमजोरी आएगी। आपके जीवन साथी का स्वास्थ्य भी अप्रैल 2022 तक थोड़ा नरम गरम चलता रहेगा। अप्रैल 2022 के बाद जीवनसाथी का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा। उपाय- आपको चाहिए कि आप मोती की माला धारण करें।

व्यापार

सितंबर और अक्टूबर 2022 में आपका व्यापार अपनी बुलंदियों पर होगा। इसके अलावा आपका व्यापार मई महीने से धीरे धीरे प्रगति करेगा। यह वर्ष आपके व्यापार के लिए अत्यंत उत्तम वर्ष है। इस वर्ष में आपको चाहिए कि आप अपना व्यापार लगातार आगे बढ़ायें। उपाय- आपको चाहिए कि आप शनिवार का व्रत करें और शनिवार को दक्षिणमुखी हनुमान जी के मंदिर में जाकर कम से कम 3 बार हनुमान चालीसा का जाप करें।

विवाह

अविवाहित जातकों के लिए फरवरी-मार्च तथा अगस्त सितम्बर के महीने अत्यंत उत्तम है। इस अवधि में विवाह के नए प्रस्ताव आएंगे तथा अगर प्रत्यंतर दशा उत्तम है तो शादी भी हो जाएगी। आपको चाहिए कि आप इस समय अपनी कुंडली को किसी विद्वान ब्राह्मणों को दिखाएं और उसके द्वारा बताए गए उपाय करें। उपाय- कुंडली की विवेचना के उपरांत विद्वान ब्राह्मणों द्वारा बताए गए उपायों के अलावा फरवरी-मार्च तथा अगस्त और सितंबर के महीने में शुक्रवार के दिन आपको मंदिर पर जाकर गरीबों के बीच में चावल का दान देना चाहिए।

धन-संपत्ति

मकान, कार और सुख-सुविधा की अन्य चीजें को प्राप्त करने की आपको बहुत इच्छा रहेगी। परंतु अप्रैल के महीने तक यह इच्छा सफल नहीं हो सकेगी। अप्रैल के बाद अर्थात मई महीने से संयोग बनने प्रारंभ होंगे। मई, जून, अक्टूबर और नवंबर 2022 में आपकी इच्छा पूर्ण हो सकती है। उपाय- आपको चाहिए कि आप गरीबों को सफेद वस्त्र का दान दें ।

वार्षिक उपाय

अपने संपूर्ण कष्टों के निवारण के लिए आपको चाहिए कि आप किसी विद्वान ब्राह्मण से हर एकादशी और पूर्णमासी को विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ साल भर में कम से कम 3 बार करवाएं।

पं अनिल कुमार पाण्डेय
सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता
एस्ट्रो साइंटिस्ट और वास्तु शास्त्री
स्टेट बैंक कॉलोनी, मकरोनिया,
सागर, मध्य प्रदेश- 470004
संपर्क- 7566503333