वेतन रोकने से नाराज बिजली इंजीनियरों ने किया एमपी यूनाइटेड फोरम के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार का ऐलान

मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम के द्वारा पत्र के माध्यम से मध्य क्षेत्र कंपनी अंतर्गत अधिकारी एवं कर्मचारियों की वेतन रोकने के संबंध में पत्र के माध्यम से अपना विरोध जताया है, जिस संबंध में आज 2 अगस्त 2022 को प्रबंध संचालक मध्य क्षेत्र कंपनी के द्वारा मीटिंग का हेतु फोरम को बुलाया गया और फोरम के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा उपरांत भी मध्य क्षेत्र कंपनी के प्रबंध संचालक द्वारा वेतन देने से स्पष्टता मना किया गया एवं वेतन 2022 का आधार सर्टिफिकेट को बनाया गया।

यूनाइटेड फोरम का कहना है कि कंपनी अंतर्गत संसाधनों एवं कर्मचारियों की कमी बनी हुई है, अधिकारी कर्मचारी निरन्तर सेवानिवृत्त होते जा रहे हैं, किंतु उनके स्थान पर नियमित कर्मियों की भर्ती नहीं हो रही है। निरंतर मैदानी क्षेत्रों से बिजली कर्मियों एवं संसाधनों की कमी की मांग उठती है, किंतु भोपाल के बड़े कार्यालय तक वह आवाज नहीं पहुंच पाती और सब कुछ जानते हुए भी उक्त कमी को बड़े कार्यालयों के द्वारा नजरअंदाज किया जाता है।

जैसे तैसे अधिकारी एवं कर्मचारी विद्युत व्यवस्था को सुचारू बनाए हुए हैं, ऐसी विपरीत परिस्थिति में अधिकारी एवं कर्मचारियों का वेतन रोकना एक तानाशाही पूर्ण कार्यप्रणाली को प्रदर्शित करता है। जिसके विरोध में मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम के द्वारा मध्य क्षेत्र कंपनी अंतर्गत सहायक प्रबंधक एवं उनके ऊपर के समस्त अधिकारियों से कल बुधवार 3 अगस्त से वेतन जारी होने तक अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की अपील की गई है। 

इस दौरान भोपाल रीजन के समस्त इंजीनियर कंपनी मुख्यालय, भोपाल एवं ग्वालियर रीजन अंतर्गत समस्त अधिकारी रीजनल कार्यालय के बाहर उपस्थित होंगे। इस दौरान समस्त इंजीनियर अपना मोबाइल बंद रखेंगे, यह कार्य बहिष्कार 3 अगस्त से जब तक वेतन जारी नहीं होता, तब तक निरंतर जारी रहेगा। उक्त कार्य बहिष्कार से यदि किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थिति उत्पन्न होती है तो उसकी संपूर्ण जवाबदारी कंपनी प्रबंधन की होगी।