विद्युत अधिकारी करा रहे आउटसोर्स कर्मियों से नियम विरुद्ध कार्य, 11000 केवी के वोल्टेज से झुलसा कर्मी

मध्य प्रदेश की विद्युत कंपनियों में नियमित कर्मियों की कमी के चलते मैदानी अधिकारी संविदा और आउटसोर्स कर्मियों से नियम विरुद्ध कार्य रहे हैं। नियमानुसार विद्युत तंत्र के करंट के जिन कार्यों को सिर्फ नियमित कर्मी ही कर सकते हैं, उन कार्यों को अधिकारी दबाव बनाकर आउटसोर्स कर्मियों से करा रहे हैं।

बताया जा रहा है कि करंट का कार्य करने के दौरान अगर आउटसोर्स कर्मी के साथ कोई हादसा हो जाता है तो विद्युत कंपनी कर्मचारी का उपचार कराने की बजाये अपने हाथ खड़े कर देती है और सारा मामला ठेका कंपनी पर डाल देती है। वहीं ठेका कंपनी अपने कर्मी का इलाज कराने से साफ इंकार कर देती है।

इसके बाद आउटसोर्स कर्मी अपने खर्चे पर उपचार कराता है। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण कर्मियों के परिजन या तो भारी ब्याज पर कर्ज लेते हैं या अपना घर-जमीन बेचकर उपचार कराते हैं। हालांकि कहा तो यह जा रहा है कि जब किसी भी वर्ग का कर्मचारी विद्युत तंत्र का सुधार करता है, तो उसके साथ होने वाली दुर्घटना पर उपचार की नैतिक जिम्मेदारी उस विद्युत कंपनी की भी होनी चाहिए। आखिर कर्मचारी विद्युत कंपनी के लिये ही कार्य करता है।

जानकारी के अनुसार 20 अक्टूबर को जबलपुर डिविजन के अंतर्गत चरगवां डीसी के पास 3311 केवी सब-स्टेशन का जंपर जल गया था, उसे लगाने के लिए जूनियर इंजीनियर ने आउटसोर्स कर्मी आकाश राठौर को आदेश दिये। जेई के आदेश के बाद आउटसोर्स कर्मी डीपी के ऊपर चढ़कर 11 केवी एचटी लाइन पर जंपर लगा रहा था, उसी समय उसे करंट लगने की वजह से ठेका कर्मी का दाहिना पैर, बायां हाथ एवं सीना बुरी तरह झुलस गया।

आउटसोर्स कर्मी के साथ हुये हादसे के बाद वहां मौजूद सहयोगियों ने घायल कर्मी का तत्काल चरगवां के अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया और उसके बाद मेडिकल अस्पताल के वार्ड में भर्ती करा दिया। घायल आउटसोर्स कर्मी को ठेका कंपनी क्रिस्टल ने इस माह का वेतन अभी तक नहीं दिया है। इस संबंध में तकनीकी कर्मचारी संघ के महासचिव हरेन्द्र श्रीवास्तव ने जब क्रिस्टल कंपनी के मैनेजर से बात करना चाही, तो उसने फोन ही नहीं उठाया।

संघ के हरेंद्र श्रीवास्तव, कैलाश, नागेश, मोहन दुबे, राजकुमार सैनी, अजय कश्यप, जेके कोस्टा, शशि उपाध्याय, महेश पटेल, मदन पटेल, टी डेबिड, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, आजाद सिंह, पुरुषोत्तम, सुरेंद्र मिश्रा, ख्यालीराम, राम शंकर आदि ने क्रिस्टल कंपनी से आउटसोर्स कर्मी आकाश राठौर का इलाज कराने की मांग की है।