ऊर्जा मंत्री के आश्वासनों की समय सीमा हुई समाप्त, बिजली कार्मिकों ने फिर शुरू की आंदोलन की तैयारी

मध्य प्रदेश की विद्युत कंपनियों में कार्यरत सभी वर्गों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की विभिन्न मांगों एवं निजीकरण के मुद्दों पर 23 अगस्त 2021 को मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री द्वारा मध्य प्रदेश यूनाइटेड फोरम फॉर पावर एम्पलाइज एंड इंजीनियर के साथ बैठक कर सभी बिंदुओं पर चर्चा की गई एवं उनके द्वारा निराकरण हेतु एक माह का समय चाहा गया था, जो फोरम द्वारा स्वीकार किया गया था।

आज एक माह समाप्त हो चुके हैं, लेकिन एक भी मुद्दे पर निराकरण प्राप्त नहीं हो सका है। अत: फोरम द्वारा, स्थगित आंदोलन को पुनः शुरू करने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है, जो माह अक्टूबर से प्रस्तावित है।

मध्य प्रदेश की सभी विद्युत कंपनियों के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी संगठनों से यूनाइटेड फोरम अपील करता है कि कर्मचारियों, विद्युत उद्योग एवं आम नागरिकों के हितों को देखते हुए हमें सभी को संगठित होकर आंदोलन बढ़ाना होगा। जिसके लिये फोरम हमेशा चर्चा के लिये तैयार है।

यूनाइटेड फोरम के प्रांतीय संयोजक व्हीकेएस परिहार ने कहा है कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी हितैषी संगठनों से विनम्र अनुरोध है कि एकजुट होकर संघर्ष में आगे आये, जिससे विद्युत उद्योग को बचाते हुए , कर्मचारियों एवं अधिकारियों के भविष्य एवं आम उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा कर सकें।