एमपी की बिजली कंपनी ने मीडिया की खबर को बताया भ्रामक: कहा आउटसोर्स कर्मियों को नियमानुसार दिया जा रहा बोनस

एमपी की मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने मीडिया में प्रकाशित एक खबर को भ्रामक बताते हुए कहा है कि कंपनी के द्वारा खुली निविदा के माध्यम से बाह्य स्रोत सेवा प्रदाता अनुबंधित कर, अनुबंधित सेवा प्रदाताओं के माध्यम से कार्मिक नियोजित किए गए हैं। निविदा मे उल्लेखित नियम व शर्तों अनुसार अनुबंधित सेवा प्रदाता को उनके द्वारा नियोजित किए गए बाह्य स्रोत श्रमिकों को नियमानुसार बोनस का भुगतान त्रैमासिक रूप से किया जा रहा है।

कंपनी ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि वर्तमान में कार्यालय प्रबंध संचालक (मक्षे), कार्यालय मुख्य महाप्रबंधक (भोक्षे) भोपाल, सं/सं वृत्त कार्यालय सीहोर, कार्यालय मुख्य महाप्रबंधक (ग्वाक्षे), ग्वालियर सं/सं वृत्त ग्वालियर, श्योपुर एवं नर्मदापुरम- हरदा अंतर्गत सेवा प्रदाताओं द्वारा नियोजित लगभग 3940 बाह्य स्रोत कार्मिकों को वर्तमान त्रैमासिक (जून 2022) तक बोनस का पूर्ण भुगतान किया जा चुका है।

इसके अतिरिक्त सं/सं वृत्त कार्यालय भोपाल, विदिशा, रायसेन, दतिया, मुरैना एवं गुना- अशोकनगर अंतर्गत नियोजित लगभग 4471 बाह्य स्रोत श्रमिकों को सेवा प्रदाता द्वारा बोनस की राशि भुगतान विगत त्रैमासिक (मार्च 2022) तक किया जा चुका है एवं वर्तमान माह जून 2022 को समाप्त हुई त्रैमासिक का भुगतान सेवा प्रदाताओं द्वारा जुलाई 2022 मे किया जा रहा है। इस संबंध मे बोनस के शीघ्र भुगतान किए जाने हेतु भी संबंधित कार्यालयों द्वारा सेवा प्रदाताओं को निर्देशित किया गया है।

कंपनी ने कहा कि यदि कोई सेवा प्रदाता निविदा में उल्लेखित नियम व शर्तों अनुरूप बोनस का भुगतान नहीं करता है तो संबंधित के विरुद्ध निविदा मे उल्लेखित नियम व शर्तों अनुसार दंड की राशि अधिरोपित की जाती है। साथ ही विगत वर्ष अप्रैल 2021 से वर्तमान तक निविदा में उल्लेखित नियम व शर्तों के अनुरूप बोनस की राशि का भुगतान नहीं किए जाने पर भोपाल शहर वृत्त, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, शिवपुरी एवं गुना- अशोकनगर अंतर्गत अनुबंधित सेवा प्रदाताओं के अनुबंध को रद्द कर दिया गया है।

साथ ही जिन सेवा प्रदाताओं द्वारा तथापि भी बोनस का भुगतान नहीं किया गया है उन्हें ब्लैकलिस्टिंग किए जाने की प्रक्रिया भी शीघ्र पूर्ण की जाएगी। वहीं सं/सं वृत्त भोपाल, बैतूल, भिंड एवं शहर वृत्त ग्वालियर अंतर्गत अनुबंधित सेवा प्रदाताओं के प्रकरण वर्तमान में माननीय न्यायालय में विचाराधीन हैं जिसमे विधि सम्मत कार्यवाही की जा रही है।