लाइन कर्मियों को सुरक्षा उपकरण तक उपलब्ध नहीं करा पा रही हैं एमपी की बिजली कंपनियां

मध्य प्रदेश विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रांतीय महासचिव हरेंद्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में आज बुधवार को जबलपुर सिटी सर्किल के दक्षिण संभाग के अंतर्गत बिलहरी डीसी में जन जागरण सभा की गई। जन जागरण सभा में हरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि लाइन पर करंट का कार्य करते समय होने वाली दुर्घटनाओं का एक सबसे बड़ा कारण सुरक्षा उपकरणों का अभाव भी है। 

उन्होंने कहा कि अधिकार नहीं के बावजूद मैदानी अधिकारी दबाव बनाकर आउटसोर्स एवं संविदा कर्मचारियों से बिना सुरक्षा उपकरण ही करंट का कार्य कराते हैं। हरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि बिजली कंपनियों की आर्थिक स्थिति इतनी दयनीय भी नहीं हुई है कि करंट का कार्य करने वाले कर्मियों को सुरक्षा उपकरण भी उपलब्ध न करा सके। उन्होंने मांग की है कि सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराकर ही आउटसोर्स एवं संविदा कर्मचारियों से करंट का कार्य कराया जाए।

वहीं संघ पदाधिकारियों ने कहा कि बिलहरी डीसी में नियमित कर्मचारियों की संख्या केवल तीन है। आउटसोर्स एवं संविदा कर्मचारियों के जिम्मे ही पूरी डीसी की विद्युत व्यवस्था संचालित की जा रही है, जबकि आउटसोर्स एवं संविदा कर्मियों को करंट का कार्य करने का अधिकार नहीं है। वहीं अधिकारी आउटसोर्स एवं संविदा कर्मियों पर दबाव बनाकर करंट का कार्य कराते हैं और करंट लगकर घटना होने पर सभी अधिकारी अपना-अपना पल्ला झाड़ लेते हैं और कर्मचारियों को उसके हाल पर छोड़ देते हैं।

तकनीकी कर्मचारी संघ द्वारा बिजली कंपनी प्रबंधन से मांग की गई है कि आउटसोर्स एवं संविदा कर्मियों को सुरक्षा उपकरण तत्काल उपलब्ध कराकर उसके जीवन की रक्षा करें। साथ ही तकनीकी कर्मचारी संघ द्वारा मध्यप्रदेश शासन से मांग की गई है कि आउटसोर्स कर्मचारियों का बिजली कंपनियों में संविलियन कर मानव संसाधन नीति बनाई जावे, संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण किया जावे और नियमित कर्मचारी को फ्रिंज बेनिफिट दिया जावे।

इस अवसर पर तकनीकी कर्मचारी संघ के मोहन दुबे, अजय कश्यप, अरुण मालवीय, इंद्रपाल सिंह, टी डेविड, ख्यालीराम, सुरेंद्र मेश्राम, आजाद सकवार, विनोद दास डगलस, राजेश शरन, सूर्यनारायण दीवान, लखन लाल राजपूत, वीर सिंह मरकाम आदि उपस्थित रहे।