मध्य प्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह ने शुक्रवार को पंद्रह जिलों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली।
उन्होंने स्पष्ट किया कि बिजली अच्छी तरह से देना एवं समय पर राजस्व संग्रहण करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है। बिजली आपूर्ति ठीक हो, इसके लिए गुणवत्तापूर्ण औस सुनियोजित मेंटेनेंस किया जाए।
प्रबंध निदेशक ने कहा अगले माह से प्रति माह पहले सात आठ दिन मेंटेनेंस वीक व्यवस्था लागू कर सभी जिलों में 33 केवी, 11 केवी लाइनों, सब स्टेशन, एलटी लाइनों, ट्रांसफार्मरों के जरूरी कार्य कराए जाएंगे, ताकि बिजली व्यवधान और कम किए जा सके। बिजली हानि पर कमी लाई जा सकेगी।
प्रबंध निदेशक सिंह सभी अधिकारियों को समय पर मैदानी दौरे कर टूर डायरी में दर्ज करने को कहा। वरिष्ठ अधिकारियों को मैदानी दौरे के दौरान सामने आई कमियां या अच्छे प्रदर्शन के सुझाव संकलित कर मुख्यालय में भेजने को कहा ताकि इन्हें व्यवस्था को और अच्छी बनाने के लिए लागू किया जा सके।
प्रबंध निदेशक ने कहा कि मई के शेष 15 दिनों में मानसून के पहली के सभी मेंटेनेंस गतिविधियां पूरी कर ली जाए, ताकि जून में मानसून सत्र के विधिवत प्रारंभ होने के दौरान ब्रेक डाउन की स्थिति न बने।
प्रबंध निदेशक सिंह ने कहा कि जिन शहरों के सीमावर्ती इलाकों में कृषि के लिए बिजली उपयोग 24 घंटे की लाइनों से हो रहा हैं, वहां अनिवार्यतः मीटरीकरण एवं लोड का वेरिफिकेशन होना चाहिए। उन्होंने मेंटेनेंस के लिए जरूरी सामग्री की उपलब्धता के लिए भंडार शाखा प्रभारी को निर्देशित भी किया।
इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक प्रकाश सिंह चौहान, कार्यपालक निदेशक गजरा मेहता, मुख्य अभियंता रवि मिश्रा, एसएल करवाड़िया, कामेश श्रीवास्तव, एसआर बमनके, बीएल चौहान, अतिरिक्त मुख्य अभियंता एससी वर्मा, शहर अधीक्षण यंत्री मनोज शर्मा, इंदौर ग्रामीण अधीक्षण यंत्री डॉ. डीएन शर्मा आदि उपस्थित रहे।