प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में मध्यप्रदेश को देश में प्रथम आने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि मजदूरी में लगी महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान आर्थिक मदद दिलाने और गर्भवती महिलाओं को मजदूरी की हानि की क्षतिपूर्ति के लिए नगद राशि उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना संचालित है।
योजना के सफल क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश लगातार तीसरी बार देश में प्रथम आया है। पहले बच्चे के जन्म पर 5 हजार रूपये की सहायता दी जाती है। योजना के अंतर्गत 21 जून 2021 तक प्रदेश में 23 लाख 7 हजार 880 गर्भवती महिलाओं को 991 करोड़ 89 लाख रूपये का भुगतान किया गया। योजना में प्रदेश के लिए निर्धारित लक्ष्य के विरूध 148 प्रतिशत उपलब्धि दर्ज की गई है।
मुख्यमंत्री चौहान ने इस उपलब्धि के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग को बधाई दी है। द्वितीय रहे हिमाचल प्रदेश में 139 प्रतिशत उपलब्धि दर्ज की गई। तृतीय रहे आंध्रप्रदेश में 11 लाख 69 हजार 730 महिलाओं को योजना का लाभ दिया गया। योजना में मध्यप्रदेश पिछले तीन वर्षों से पूरे देश में प्रथम स्थान पर है।
योजना में पहले बच्चे के जन्म पर सुरक्षित मातृत्व के लिए 5 हजार रूपये की सहायता तीन किश्तों में दी जाती है। एक हजार रूपये की पहली किश्त आंगनबाड़ी केंद्र पर गर्भावस्था का पंजीयन कराने पर, दो हजार रूपये की दूसरी किश्त कम से कम एक प्रसव पूर्व जांच कराने और गर्भावस्था के 6 माह पूर्ण होने पर तथा दो हजार रूपये की तीसरी किश्त बच्चे के जन्म के पंजीकरण और बच्चे के प्रथम चक्र के टीकाकरण पूर्ण होने पर दी जाती है। गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं के स्वास्थ्य में सुधार लाना योजना का उद्देश्य है। मातृ-मृत्यु दर में कमी लाने में यह योजना सहायक है।