मप्र तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि आईएफएमआईएस साफ्टवेयर की विषमता एवं जटिलता के कारण कर्मचारी शासकीय कार्य हेतु आवागमन तो कर रहा है और प्रतिदिन अपने फील्डक्षेत्र में भ्रमण कर रहा है, परंतु उसे टी.ए. का भुगतान नहीं हो पा रहा है।
आईएफएमआईएस साफ्टवेयर की जटिलता के कारण कर्मचारी उसे पूर्णरूप से भर नहीं पाता है और साफ्टवेयर में टीए को सिर्फ कम्प्यूटर पर ही फीड किया जा सकता है और मोबाईल पर सॉफ्टवेयर में टीए आनलाईन भरता ही नहीं है। इसमें तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी जो कम्प्यूटर चलाना नहीं जानते हैं और उन्हें इससे संबंधित किसी भी प्रकार का प्रशिक्षण विभाग द्वारा नहीं दिया गया है और टीए भुगतान के लिए सिर्फ आनलाईन आवेदन ही करना पड़ता है। आईएफएमआईएस साफ्टवेयर में आनलाईन आवेदन नहीं हो पाने के कारण कर्मचारियों को टीए का भुगतान नहीं होने से आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
संघ के अवेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, मुकेश सिंह, आलोक अग्निहोत्री, ब्रजेश मिश्रा, दुर्गेश पाण्डेय, मनोज सिंह, वीरेन्द्र चंदेल, एसपी बाथरे, परशुराम तिवारी, मुकेश मिश्रा, गणेश शुक्ला, सीएन शुक्ला, वीरेन्द्र तिवारी, श्यामनारायण तिवारी, घनश्याम पटेल, अजय दुबे, तुषरेन्द्र सिंह, नीरज कौरव, निशांक तिवारी, नवीन यादव, अशोक मेहरा, सतीश देशमुख, रमेश काम्बले, पंकज जायसवाल, प्रीतोष तारे, शेरसिंह, मनोज सिंह, अभिषेक वर्मा,राकेश वर्मा, वीरेन्द्र पटेल, रामकृष्ण तिवारी, रितुराज गुप्ता, अमित गौतम, अनिल दुबे, शैलेन्द्र दुबे, अतुल पाण्डे आदि ने मुख्यमंत्री को ईमेल कर मांग की है कि राज्य के कर्मचारियों को आफलाईन टीए का भुगतान किया जाये।