तेरे बिना: मनोहर मधुकर

मनोहर सिंह चौहान “मधुकर”
जावरा, जिला-रतलाम, मध्य प्रदेश
मोबाईल नंबर- 09131436100

पिया है मन आंगन सुना अब तू जल्दी से आजा।
कैसे तेरी खातिर करा जरा आ के बतला जा।।
तेरे बिना जी ना लागे ये संसार सूना लागे,
इस हाल में करूँ जतन क्या आकर मोहे बतला जा।।
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कह रहे थे कल आने का ये आज भी निकल गया।
झूठ बोलने का मोहे लगता रिवाज चल गया।।
कब तक तारें गिन गिनकर प्रीतम में रतिया काटूँ,
सुबह शाम मन पंछी कहता आकर के बहला जा।।
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पास पड़ोसी घुमवा जावे हंसे और मुस्कावे।
वार तेवर ओढ़े पेरें किस्मत पे इतरावे।।
मैं बदनसीब हूं प्रिये बिन खता सजा के पावे।।
क्या गुनाह मैंने किया पिया आकर के बतला जा
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अकेली सोऊं मै हर रात सुबह होय वही बात।
काटे भी कटती नहीं बेरन काली विरही रात।।
काम किए दिन कटे पता नहीं केसे गुजर जावे।
काटे कटती नहीं रात, झरें आंख से बरसात।।
ये मन इतना चाहे तू कब आए ये बतला जा
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में रोज बुहारू अंगना अंखियां जोवे वाट।
चंदा की चांदनी में सोऊं रोज बिछाए खाट।।
तेरी याद में जीव बलम पिया पिया तेर लगाए।
दूर नैन से बेरी निंदियां मनवा होय उचाट।।
अब तो जल्दी चिट्ठी भेजना तू कब आए बतला जा